Naturopathy Treatment

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Ayurvedic Treatments

Monday, February 10, 2020

नवसारी जिले के विजलपोर शहेर में ऋषि मुनियो द्वारा रचित प्राचीन पद्धति प्राकृतिक उपचार पंच कर्म में भाप स्नान ( स्टीम बाथ )




 नवसारी जिले के विजलपोर शहर में ऋषि मुनियो द्वारा रचित  प्राचीन पद्धति प्राकृतिक उपचार 
पंचकर्म में भाप स्नान ( स्टीम बाथ )
मिनटों में तनाव को दूर करता है स्टीम बाथ, इसके ये फायदे भी जानिए
         यह एक प्राचीन पद्धति है, जिसने अपनी अनेक खूबियों के कारण अपनी एक खास अहमियत बना ली है। कहते हैं, किसी भी असाध्य रोग में मानव शरीर के रोम छिद्रो को खोलकर पुराने नासूर या असाध्य चर्म रोग,लकवा,सभी प्रकार के जोडो के दर्द को जड से मिटाने ,पाचन संबधित रोगो,कमर दर्द घुटने का दर्द , आदि को ठीक करने के लिए बहुत पहले वैद्य भाप स्नान का मशविरा दिया करते थे। विज्ञान ने इनके चमत्कारिक गुणों को न केवल परखा, बल्कि इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ की कसौटी पर कसकर इसे सौ फीसदी अंक भी दिए हैं। इस जादुई स्नान में असंख्य बीमारियों से जूझने की शक्ति तो है ही, यह त्वचा को लम्बे समय तक जवां बनाए रखने में भी कारगर है। 
प्रतिरोधक क्षमता को दे सुरक्षा कवच
वैसे तो हमारा इम्यून सिस्टम हमारे भीतर जेनेटिकली हस्तांतरित होता है, लेकिन इसे कई तरह की हाइड्रोथेरेपी के जरिए भी मजबूत किया जा सकता है। उनमें से एक है स्टीम बाथ। जड़ी बूटियों से युक्त गर्म पानी के भाप को शरीर पर पड़ने से यह शरीर में ल्यूकोसाइट को प्रोत्साहित करता है। ल्यूकोसाइट एक कोशिका है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। इससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ती है। महज एक दिन स्टीम बाथ लेने से शरीर का इम्यून सिस्टम बेहतर नहीं होता, बल्कि इसके लिए नियमित तौर पर स्टीम बॉथ लेने की जरूरत पड़ती है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि विशेषज्ञ सही हो।

जोड़ों को दे जबरदस्त मजबूती
स्टीम बाथ हमारे  शरीर को  दौड़ने, टहलने या व्यायाम के लिए ज्यादा सक्रिय बनाता है। स्टीम बाथ का प्रभाव जानने के लिए एक शोध किया गया, जिसमें यह पाया गया कि स्टीम बाथ की गर्माहट घुटनों के जोड़ आदि को अधिक लचीला बनाती है।

तनाव को करे मिनटों में गायब

आज तनाव हमारे जीवन का एक हिस्सा-सा बन चुका है। अगर सही वक्त पर तनाव को नियंत्रित न किया जाये तो यह अवसाद, चिड़चिड़ापन, मानसिक अपंगता आदि में तब्दील हो सकता है। हमारे शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन उत्पन्न होने के कारण ही हमें ज्यादा तनाव होता है। स्टीम बाथ लेने से शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन कम होता है, जिससे तनाव नहीं होता। 

उम्र के प्रभाव को करे कम

प्रदूषण और हवा में तैरती धूल-मिटटी के कारण चेहरे पर अनेक तरह के हानिकारक विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते  हैं, जिनसे त्वचा के रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और चेहरे पर मुहांसे, ब्लैक हेड्स जैसी तमाम समस्याएं होने लगती हैं। स्टीम बाथ लेने से त्वचा के रोमछिद्रों में भरे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और चेहरे पर जमी गंदगी भी दूर हो जाती है। स्टीम बाथ में आपको सालों तक जवां बनाए रखने की कुदरती क्षमता छिपी होती है।

बनाए स्लिम और फिट
आमतौर पर वजन घटाने के लिए हम गर्म पानी पीने, डाइट चार्ट, कठिन वर्कआउट और विभिन्न प्रकार की दवाओं तक का सहारा लेते हैं, जिनका शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता हैं। लेकिन स्टीम बाथ इन सबसे अलग एक कुदरती तरीका है, जिससे हम आसानी से अपना वजन कम कर सकते हैं। स्टीम बाथ लेने से शरीर की अतिरिक्त कैलोरी कम होती है और वजन भी घटता है। नियमित स्टीम बॉथ लेना शरीर की कैलोरी को कम करने में उतना ही सहायक होता है, जितना वजन घटाने के लिए जिम जाना, डाइट पर रहना या नियमित व्यायाम करना। 

                आज पश्चिमी सभ्यता के अपने देश भारत में जब से आगमन हुआ है साथ ही साथ नई नई बीमारीयों का भी आगमन एक नये रूप में देखा जा रहा है । और इन बीमारीयो को मिटाने के लिये हम अपनी प्राचीन ऋषि मुनियो की परंपराओ को छोडकर अंग्रेजी दवाओ के सामने घुटने टेक दिये हैं। परिणाम स्वरूप भारत पहले अंग्रेजो का गुलाम था अब अंग्रेजी दवाओ का । और ऐसा नही है कि भारत ने पश्चिमी सभ्यता को अपनाया है ।ठीक विपरीत आज पश्चिमी देश के वासी हमारी सभी खोजो को अपनाने में कोई कसर बाकी नही रखी है । उनका परिणाम यह हुवा कि आज हमारे ऋषि मुनियो की खोज को अपनाकर वे सब अपनी बीमारीयो से मुक्त हो रहे हैं।और हम सभी किसी न किसी बीमारी के शिकार ।

 नवसारी जिले के विजलपोर शहेर में अपने प्राचीन ऋषि मुनियो की प्राचीनतम खोज प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की फिर से एक आधुनिक ढंग से शुरूवात की है । जिसमे बहुत अच्छे और चमत्कारिक परिणाम सभी रोगो में मिल रहे हैं। आप सभी आमंत्रित है। इस प्राकृतिक नैसर्गिक उपचार पद्धति में जहां कोई (साईड इफेक्ट) दुष्परिणाम नही है वहीं हमारे देश के विकास में रोजगार और मंदी महगाई से छुटकारे दिलाने में कारगर भी साबित हो रही है । 

                        यहां प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में भाप स्नान ,जल चिकित्सा, शिरोधारा,नेति चिक्तसा, माटी चिकित्सा, ध्यान योग प्राणायाम आदि सभी प्राकृतिक तरीके से उपचार किया जाता है । 
                अधिक जानकारी के लिये आज ही संपर्क करें:- 
              करिश्मा चेरीटेबल ट्रस्ट 
अलकापुरी सोसायटी,शिवाजी चोक के पास
 विजलपोर पूर्व नवसारी -396445 गुजरात  
दूरभाष :- 9898630756 /           
    9227850786   / 9328014099
कार्यालय  02637 280786  

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