स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ
स्वस्थ भारत समृद्ध भारत
स्वस्थ भारत समृद्ध भारत
आज हमारा देश कोरोना वायरस की वजह से एक विकट परिस्थितियों से जूझ रहा है।और अभी तक कोई ठोस उपचार नही मिल पाया है। इस लिये आज हम कुछ तथ्य आपके सामने रख रहा हुं | जो इसमें काफी कारगर सिद्ध हो सकता है।इतिहास गवाह है कि जब जब हमारे देश पर ऐसी महामारी अथवा अन्य कोई भी संकट जो देश को तबाही के रास्ते पर ले जाने के लिए आया है। तब तब हमारी एकता और अखंडता हमारे पूर्वजों संत महात्माओ के दिव्य ज्ञान ही हमारे काम आया है। और यदि हम विश्व की बात करें तो आज वही देश सबसे आगे है जिन्होंने अपने ही देश की बनी वस्तुएं अपने देश की भाषा अपनी सभी स्वदेशी वस्तुओं को अपने जीवन में उतारा है। आज भी यदि आप इस महामारी से बचने के तरीकों पर जायें आप पायेंगे कि यह सभी उपाय हमारे देश के संत महात्माओं ने हमारे सभी धर्म ग्रंथों में हजारों वर्ष पहले से लिख चुके हैं। और हम हमारे पूर्वजों जो हमारे अपने है जिनका खून आज भी हमारे शरीर में दौड़ रहा है । जो हमारे आधार हैं। जिन मुनियों ने बिना किसी आधुनिक टेक्नोलॉजी के सूर्य,चन्द्र,मंगल,गुरु.शुक्र,शनि जैसे ब्रह्मांड के सभी ग्रहो को अपने दिव्य आध्यात्मिक शक्ति से नाप ही नही डाला बल्कि उनके सभी गुण अवगुणों के साथ समस्त मानवीय ही नही सभी योनियों पर होने वाले प्रभाव को भी बता दिया। जिसे आज के अति आधुनिक वैज्ञानिक अभी कल्पना भी नही कर सकते। आज कैसी विडम्बना है कि हम अपने ऐसे दिव्य शक्तिशाली पूर्बजों को छोड़कर ऐसी परंपराओं के पीछे भाग रहे है जिन्हें हमारे पूर्वजों ने ऐसी प्रवृत्ति ऐसे रहन सहन खान पान करने वालो को नकार चुके हैं। और हम सभी उन प्रवित्तियो को अपनाने में कितना किंकर्तव्यविमूढ़ हो गये।
और यदि आज भी हम देखें आज भी हमारे पूर्वजों के द्वारा दी गई नसीहत हमारे संत महात्माओं के द्वारा हमारे सब के लिए बताया गया रहन सहन भोजन हमारे बुजुर्गों द्वारा बताया गया संस्कार ही हमें नया जीवन दे रहा है। आज भी आप देखेंगे जो हमारे मातृभाषा में प्रेम और करूणा का भाव है वह किसी भी देश की भाषा में नही है।
आइए हम सभी मिलकर पुनः हमारे बुजुर्गों संत महात्माओ के पद चिन्हो पर फिर से चलने की शुरुआत करें। और अपने साथ अपने परिवार समाज देश को बचाने ही नही हमारे बुजुर्गों जिन्होंने विश्व गुरु का सपना देखा था । उनके सपनों को साकार करें।
यदि आप इस समाचार से सहमत है । देर न करें । आज से ही शुरुआत करें। आज ऐसा समय आ चुका है कि हम सबको फिर से अपने सभी गिले शिकवो को भुलाकर एकता और अखंडता के सूत्र में अपने आप को स्वयं आगे आकर जुड़ना होगा। यदि हम चाहें तो किसी भी महामारी कैसी भी विकट परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं। हमारे साथ प्रकृति का वरदान है। आज ही अपनी सभी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। सिर्फ पहली जरूरत है हम सबको एक होकर चलने की। आपकी सभी समस्याओं में हम सभी साथ साथ हैं। आप भी बिना किसी जात पात रंग भेद अमीर गरीब ऊंच नीव के भेदभाव वगर हमारे साथ जुड़ सकते हैं।
बेरोजगार भाई बहनो के लिए एक विशेष आयोजन किया गया है।
आज ही संपर्क करें
डा.आर.आर.मिश्रा
पर्यावरण व मानव अधिकार संस्था विजलपोर नवसारी
मो.नं. 9898630756
डा.आर.आर.मिश्रा
पर्यावरण व मानव अधिकार संस्था विजलपोर नवसारी
मो.नं. 9898630756
डा.आर.आर. मिश्रा
लोकरक्षक जन संपर्क कार्यालय
अलकापुरी सोसायटी विजलपोर नवसारी-396445 गुजरात
मो./वाट्सअप नं. +91 9898630756 /+91 9227850786 / 9328014099
No comments:
Post a Comment