Naturopathy Treatment

Ayurvedic Treatments
Thursday, November 19, 2020
गुजरात:- नवसारी सिविल अस्पताल में गरीबों का शोषण ...! सुविधा न होने पर सेटिंग डोट कोम से हो रही है लूट ..! जवाबदार कौन..?
गुजरात:- नवसारी सिविल अस्पताल में गरीबों का शोषण ...! सुविधा न होने पर सेटिंग
डोट कोम से हो रही है लूट ..! जवाबदार कौन..?
नवसारी सिविल अस्पताल आज वर्षो से भ्रष्टाचार की खबरो से घिरा हुआ है। और हालत बद से बदतर होती जा रही है । जानकारो की माने तो यहां सभी उपर से लेकर नीचे तक मिलीभगत का खेल चल रहा है । नवसारी जिले में मात्र एक सरकारी अस्पताल है जहां पहले कभी चिकित्सको को भगवान का दूसरा रूप समझा जाता था । आज हालत पूरी बदल चुकी है। डाक्टर आज डकैत की भुमिका में काम कर रहे हैं। अभी एक सिविल सर्जन एक सर्टीफिकेट में हस्ताक्षर करने के लिये रूपया दस हजार रंगे हाथो पकडा गया । तो दूसरा रंगीला अधिकारी बन कर हैवानियत की सभी हदे पार करने में कोई कसर न छोडने पर एक महिला आत्म हत्या करने पर मजबूर पायी गयी और अंत में आत्महत्या कर लिया । डिलवरी के टाईम पर एक की थप्पड मारने की हालत चर्चित हुई। और कोरोना मरीजो को कीडे मकौडे भी खिलाये गये। दवाओं के नाम पर धोखा यहां जाने का नाम ही नही ले रहा है। अब हालत यहां तक पहुंच गयी है कि यहां सर्जन के द्वारा खानगी लेबोरेटरी सोनोग्राफी एकसरे वगेरे करवाने के लिये बाकायदा लेटरपेड पर सही सिक्का साईन कर भेजा जाता है । हद तो तब हो गयी जब एक मरीज को यहां तक कह दिया गया कि यह सोनोग्राफी न करवाने पर कोई देख रेख नही हो सकता । और पता चला कि उस जांच की कीमत रूपया 2200/- है। जब यहां के अनुभवी जवाबदार अधिकारी से बातचीत की गयी फिर सिविल सर्जन का चार्ज लिये अधिकारी फ्री में करवाने की बात कह कर रूपया 22/- मरीज के हांथ में पकडा दिया । यहां गरीबो आदिवासियों दलितो आर्थिक पिछडो महिलाओ के साथ शोषण है या सीधे डकैती समझना मुश्किल हो चुका है । सरकार करोडो रूपये खर्च कर रही है परंतु जमीनी हकीकत में यहां डकैती और रंगरलिया मनाई जा रही है। गुजरात सरकार ऐसे अधिकारियो चिकित्सको के साथ विकास कर रही है या ए अधिकारी बदनाम कर रहे हैं। अब यह समाचार पढकर शासन प्रशासन जागेगा कि हमेशा कि तरह भाई भाई का खेल खेलेगा ।इसके उपर सबकी निगाहें बनी रहेगी।
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